उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में गुजरात पुलिस की साइबर क्राइम की टीम ने शनिवार रात छापेमारी कर एक मकान से 37 लाख से अधिक की नकदी और सोने-चांदी के जेवर बरामद किए हैं। इसके अलावा बैंक पासबुक, सिम कार्ड, मोबाइल फोन समेत एक बाइक भी बरामद की है। लेकिन छापेमारी से पहले 3 साइबर ठग मौके से फरार हो गए। टीम अब आरोपियों को गिरफ्तार करने में जुट गई है। आरोपी गुजरात में पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करते थे।
महोबा शहर कोतवाली के सुभाषनगर स्थित राजू सिंह और सागर सिंह के मकान में शनिवार रात गुजरात पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने छापा मारा। मौके पर तमाम पुलिस वालों को देखकर स्थानीय लोगों को किसी बड़ी घटना के होने का अंदेशा सताने लगा। करीब 10 घंटे की तलाशी से पुलिस को घर में रखे साढ़े 37 लाख रुपए की नकदी, 19 पासबुक, 10 मोबाइल फोन, 48 सिमकार्ड समेत लाखों रुपए के सोने चांदी के आभूषण मिले। हालांकि, कोई भी आरोपी पुलिस के हाथ नहीं लगा।
साइबर क्राइम डीएसपी सादिक मकाडिया ने बताया कि महोबा में रहने वाला राजू सिंह, उसका भाई सागर सिंह अपने एक साथी आसिफ के साथ मिलकर कई दिनों से साइबर क्राइम की बड़ी घटनाओं को अंजाम दे रहे थे। यह सभी गुजरात में पेट्रोल पम्प दिलाने के नाम पर लोगों से लाखों रुपये की ठगी कर करोड़ों रूपए हड़प चुके हैं। गुजरात पुलिस काफी दिनों से इन आरोपियों की तलाश में जुटी थी।
लैपटॉप के जरिए पहुंची पुलिस
शातिर ठगों ने एक राजमिस्त्री अवधेश को मजदूरी के एवज में अपना लेपटॉप दिया था। साइबर क्राइम टीम इसी लैपटॉप के सहारे महोबा पहुंची और अवधेश अहिरवार के घर से लैपटॉप बरामद कर लिया। पुलिस की छापेमारी से अवधेश के परिजन परेशान हो गए। मगर पुलिस ने पूछताछ के बाद अवधेश को छोड़ दिया। साथ ही मुख्य आरोपी सागर सिंह, राजू सिंह और आरिफ की तलाश शुरू कर दी है।