नवजोत का था पहला दिन; सुबह स्कूल जाते रो रही थी तो समझाकर भेजा कि वहां खेलने को मिलेगा

12 बच्चों को ठूंसकर स्कूल से घर छाेड़ने जा रही वैन में आग लगने से 4 बच्चाें की माैत हाे गई। चाराें बच्चाें के शव बुरी तरह जलने से परिजनाें के लिए पहचानना मुश्किल था। देर रात चारों मासूमों को 12 डाॅक्टरों के 4 पैनल ने रात साढ़े 9 बजे पोस्टमार्टम किया है। एसएमओ डॉ कृपाल ने बताया है कि अराध्या की पहचान पैरों में बंधी पायल हुई। बाकी दोनों बच्चियां कमलप्रीत और नवजोत कौर एक ही परिवार की हैं।


 


 


 



4 साल की नवजोत का शनिवार को स्कूल में पहला दिन था। वह चेचेरी बहन कमलप्रीत कौर के साथ स्कूल गई थी। नवजोत स्कूल नहीं जाना चाहती थी लेकिन उसे बताया गया था कि स्कूल जाअाेगी ताे वहां खेलने को मिलेगा। बेटी की मौत से सदमें में पिता जसबीर सिंह ने कहा कि स्कूल मालिक हमेशा बच्चों को लेने के लिए ऑटो को भेजता था। सुबह ऑटो ले गया था, दोपहर को वैन में बच्चाें काे भेज दिया गया।


हुन ओह रात नू किसनू जफ्फी पा के सोऊंगा : जसवीर
नवजोत कौर के पिता जसवीर सिंह ने रो रोकर बताया कि लोग लड़कों की मन्नत मांगते हैं परंतु उसने भगवान से बेटी की मन्नत मांगी थी। क्योंकि बेटियां हर समय सुख दुख में साथ खड़ी रहती हैं। परंतु बेटी उसे धोखा देकर छाेड़कर चली गई। स्कूल दी लापरवाही ने उसदा हसदा खेडदा घर उजाड़ दित्ता है। रब्बू तू मैनू चक्क लैंदा मेरी धी नू क्यों चकना सी, मैनू इक बार मेरी धी दा मुंह ता दिखा दो। रब्बा मेरी जान कड ला मेरी धी नू मोड दे। धीआ बिना कोई नी दुख पूछदा। हुन ओह रात नू किसनू जफ्फी पा के सोऊगा।


स्कूल की मान्यता को रद्द किया : शिक्षा मंत्री
शिक्षा मंत्री विजय इन्दर सिंगला का कहना है कि स्कूल को अस्थाई मान्यता प्रदान की गई थी जिसे रद्द कर दिया गया है। पंजाब के दूसरे स्कूूलों में भी चेक करवाया जाएगा कि स्कूलों में किसी तरह की लापरवाही न बरती जा रही हो।


विपक्ष ने कांग्रेस सरकार को कोसा
घटना का पता चलने के बाद मौके पर आप सांसद भगवंत मान, टकसाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा, एसजीपीसी प्रधान गोबिंद सिंह लौंगोवाल, आप विधायक अमन अरोड़ा मौके पर पहुंचे। विपक्ष ने घटना के लिए सरकार को पूरी तरह से जिम्मेदार ठहराया। नेताओं ने कहा है कि सरकार ने पंजाब की जनता को निजी स्कूलों के हाथों सौंप रखा है।