देश की पहली प्लान्ड सिटी चंडीगढ़ को अब एक टूरिस्ट सिटी के तौर पर डेवलप किया जाएगा। इसका रोडमैप तैयार है और इसके लिए किए जाने वाले अलग-अलग कामों के लिए मिनिस्ट्री ऑफ टूरिज्म फंड्स देगी। एडवाइजर टू एडमिनिस्ट्रेटर मनोज परिदा की देखरेख में शुक्रवार को यूटी सेक्रेटरिएट में मीटिंग हुई।
इसमें रोडमैप को लेकर हायर किए गए कंसल्टेंट की तरफ से फाइनल रिपोर्ट रखी गई। हालांकि जो प्रेजेटेंशन कंसल्टेंट ने दी है, उसमें कुछ बदलाव किए जाने हैं और चंडीगढ़ में क्या-क्या चीजें होंगी उसको लेकर अगले हफ्ते प्रशासन फाइनल कर मिनिस्ट्री को रिपोर्ट सब्मिट करेगा।
मीटिंग में प्रशासन के सभी सीनियर ऑफिसर्स ने हिस्सा लिया। दरअसल मिनिस्ट्री की तरफ से ये योजना स्वदेश दर्शन चलाई जा रही है जिसमें सभी राज्यों और यूटी को टूरिज्म डेवलपमेंट को लेकर प्लानिंग और उस पर मिनिस्ट्री की तरफ से फंड्स प्रोवाइड करवा जा रहे हैं। इसके लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने भी कंसल्टेंट हायर किया है, जिसने चंडीगढ़ में टूरिज्म को कैसे प्रमोट किया जा सकता है इसके लेकर रिपोर्ट तैयार की है।
शुक्रवार को हुई मीटिंग में कंसल्टेंट ने कहा कि बोटेनिकल गार्डन में एक टॉय ट्रेन चलाने से इस एरिया की डेवलपमेंट हो सकती है क्योंकि बच्चों के खेलने के लिए ये एक जगह होगी और इसके चलते ज्यादा लोग इस तरफ को आ सकेंगे।
इसके साथ सुखना लेक में रेगुलर लाइट एंड साउंड शो के लिए कहा गया लेकिन इस पर ऑफिसर्स की तरफ से बताया गया कि ये साइलेंस जोन है और माइग्रेटरी बर्ड्स भी लेक में आते हैं तो उसको देखते हुए ही इसकी प्लानिंग होनी चाहिए।
सुखना में वॉटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी...
सदर्न सेक्टरों में टूरिज्म को लेकर कुछ खास नहीं है इसलिए न्यू लेक सेक्टर-42 की डेवलपमेंट करने की प्लानिंग बनाने के लिए कहा गया है। सुखना लेक में साल में अलग-अलग टाइम वाॅटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी जिनको प्रशासन परमिशन दे। इसके अलावा पियरे जेनरे म्यूजियम और ली कार्बुजिए सेंटर में होलोग्राफिक टेक्नोलाॅजी को यूज किया जाएगा।